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परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शुरू हुआ विरोध अभी समाप्त होता नहीं दिख रहा है। शासन के डिजिटल अटेंडेंस के निर्णय को अगले आदेश तक स्थगित करने के बाद भी शिक्षकों की नाराजगी नहीं कम हुई। शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की शनिवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि वे विद्यालय के किसी भी रजिस्टर को न ऑनलाइन अपडेट करेंगे और न ही प्रार्थना सभा की सेल्फी भेजेंगे। विभाग डिजिटलाइजेशन के आदेश को वापस ले।
बैठक में शिक्षक नेताओं ने कहा कि डिजिटल अटेंडेंस को तो स्थगित कर दिया गया है, लेकिन महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने आदेश दिया है कि प्रार्थना सभा में शिक्षक, बच्चों के साथ खुद की सेल्फी भेजें। यह निजता का उल्लंघन है। डिजिटल उपस्थिति अगले आदेश तक स्थगित है ऐसे में शिक्षकों से सेल्फी मांगना न्यायोचित नहीं है।
संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक व प्रदेश अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ सुशील पांडेय, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी, प्रदेश अध्यक्ष विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन संतोष तिवारी ने कहा कि इस तुगलकी फरमान के विरोध में प्रदेश के शिक्षक पूर्व की भांति काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करेंगे। किसी भी रजिस्टर को ऑनलाइन अपडेट नहीं करेंगे। प्रार्थना सभा की सेल्फी भी नहीं भेजेंगे।
मोर्चा के प्रदेश सचिव दिलीप चौहान ने बताया कि इस दोहरे आदेश से शिक्षक नाराज हैं। जल्द महानिदेशक के साथ हुई बैठक का लिखित कार्यवृत्त नहीं जारी होता है तो संयुक्त मोर्चा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 29 जुलाई को महानिदेशक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने पर विवश होगा। बैठक में अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय बंधु, विवेकानंद, शिक्षामित्र संघ के प्रदेश महामंत्री सुशील यादव, विक्रम सिंह, तेजस्वी शुक्ला आदि शामिल हुए।
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